'Only connect the prose and the passion, and both will be exalted.'
अच्छा है… अमीर मीनाई साहेब कह गए हैं - हमारे और तुम्हारे प्यार में बस फ़र्क है इतना, इधर तो जल्दी जल्दी है उधर आहिस्ता-आहिस्ता
I read this over, and over again. As true as it is, also wondered if anyone crosses that threshold of incredulity. Including ourselves :)
क्या यह शेर अमीर मीनाई साहब का ही है
नहीं।
Post a Comment
5 comments:
अच्छा है… अमीर मीनाई साहेब कह गए हैं - हमारे और तुम्हारे प्यार में बस फ़र्क है इतना, इधर तो जल्दी जल्दी है उधर आहिस्ता-आहिस्ता
I read this over, and over again. As true as it is, also wondered if anyone crosses that threshold of incredulity. Including ourselves :)
क्या यह शेर अमीर मीनाई साहब का ही है
नहीं।
Post a Comment