बच्चे
एक स्तब्ध चुप्पी में
मेज पर चाय रख चले जाते हैं.
एक स्तब्ध चुप्पी में
मेज पर चाय रख चले जाते हैं.
उनके नेता कहते हैं
बच्चों को ‘घर’ के कामों में
हाथ बंटाना चाहिए
बच्चों को ‘घर’ के कामों में
हाथ बंटाना चाहिए
…
चाय बेचने वाले बच्चे बड़े बन सकते हैं
पर पहले ‘चाय-चाय’
चिल्लाना पड़ता है.
पर पहले ‘चाय-चाय’
चिल्लाना पड़ता है.
First published in Sadaneera, 21 Apr 2018.
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