Friday, 18 April 2014

जवाबतलब

लड़ना है तुमसे,
लड़े क्यों नहीं मेरे लिए?


First published in Jankipul, 17 April 2014.

5 comments:

  1. अच्छा है। आगे बढेंगी आप ...

    ReplyDelete
  2. This comment has been removed by a blog administrator.

    ReplyDelete
  3. बहुत शुक्रिया। हौसले की ज़रुरत थी।

    ReplyDelete